Shilpjyoti by Astrobhadauria
- 53 Posts
- 34 Comments
जीवन और जिन्दगी का रिस्ता तो समझिये,
क्या है जीवन और जिन्दगी तो समझिये,
पुरुष बन जाता है जीवन तो सही भी है वक्त पर,
जिन्दगी बन जाती है स्त्री तो हकीकत समझिये॥
जानवरों की तरह से पैदा किया जा सकता है जीवन,
खा पीकर मौज से गुजारा जा सकता है जीवन,
निर्जन में घूमकर मस्ती में जिया जा सकता है जीवन,
नही मिलती है जिन्दगी अधूरा होता है जीवन॥
जिन्दगी की चाहत में अगर लिया है जीवन,
जियो जिन्दगी को समझो कि क्या है जीवन,
फ़िकर उनकी करो जिनका अधूरा है जीवन,
मत बिगाडो मुस्किल से मिला है यह जीवन॥
मिलेगा रुतबा शौहरत भी मिलेगी लेकिन,
जिन्दगी नही मिलेगी जीवन के लिये,
जिन्दगी के लिये करनी होगी फ़िकर,
जीवन की जिन्दगी महंगी है बहुत॥
Read Comments